anubhav

2011-04-01

anubhav

रावन और राम का अस्तित्व तो हार युग में रहा है ,
रावन की हार और राम की जीत ह़र युग में हुई,
क्यों की सच पराजित हो सकता है हार नहीं सकता ,
झूठ जीत सकता है पर विजेता नहीं हो सकता |

anubhav

आज सिर्फ अप्रैल -फूल मानाने की क्या जरुरत ??
सच्चे के जीवन का ह़र दिन अप्रैल फूल होता है ,
पहले तो वो अनजाने में बनता है ,फिर एक दिन
उसको पता चलता है कि ,अब सब जानता है,
फिर भी वो बनता है.क्यूकि वही उसका व्यक्तित्व होता है