anubhav
anubhav
2011-04-01
anubhav
आज सिर्फ अप्रैल -फूल मानाने की क्या जरुरत ??
सच्चे के जीवन का ह़र दिन अप्रैल फूल होता है ,
पहले तो वो अनजाने में बनता है ,फिर एक दिन
उसको पता चलता है कि ,अब सब जानता है,
फिर भी वो बनता है.क्यूकि वही उसका व्यक्तित्व होता है
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